Bhadantacharya Buddhadatta Pali Promotion Foundation

‘धम्म-पालि-प्रकाशन’ का परिचय 
(Introduction of Dhamma-Pali Prakshan)

भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान के द्वारा सहयोगी निकाय के रूप में ‘धम्म-पालि-प्रकाशन’ की स्थापना की गई है। धम्म-पालि प्रकाशन का ध्येय-वाक्य है-‘धम्मप्पचाराय पालिप्पचाराय’। जिसका भावार्थ है-‘धम्म के प्रचार के लिए तथा पालि के प्रचार के लिए समर्पित।’

डाॅ. प्रफुल्ल गड़पाल तथा आशीष गड़पाल के लेखन, सम्पादन तथा अनुवादकीय कर्म के रूप में पालि-शिक्षण, पालि-अनुसन्धान तथा पालि-प्रचार हेतु अनेक प्रकार की सरल, आकर्षक और विविधता-पूर्ण शिक्षण-सामग्रियों का निर्माण किया जा रहा है। धीरे-धीरे पालि के अनके विद्वानों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है तथा प्रशिक्षित किया जा रहा है। पालि-भाषा तथा साहित्य को सरल-रूप में प्रस्तुत करने की दृष्टि से शिक्षण तथा अनुसन्धान सामग्रियाँ तथा छोटी-छोटी पुस्तकें निरन्तर रची जा रही हैं। वित्तीय-संसाधनों के अभाव में अनेक योजनाओं को पूर्ण रूप नहीं देना कठिन हो रहा है, तथापि अनेक स्तरों पर शिक्षण-सामग्रियों के निर्माण का कार्य द्रुतगति से चल रहा है। शीघ्र ही उक्त उक्त शिक्षण-सामग्री का प्रकाशन किया जायेगा।

अब तक 'पालि-वाक्यावली' तथा 'भदन्त-सदानन्द-चरितामृतम्' का प्रकाशन किया जा चूका है



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