Bhadantacharya Buddhadatta Pali Promotion Foundation

Saturday 25 April 2020

On April 25, 2020 by Bhadantacharya Buddhadatta Pali Promotion Foundation   No comments
प्रमुख गतिविधियाँ एवं कार्यक्रम 
(Main Activities and Programmes)


भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान अपने उद्देश्यों एवं लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निम्नलिखित प्रमुख कार्यक्रमों, गतिविधियों एवं क्रियाकलापों में कार्यरत है-

1. ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ का संयोजन तथा आयोजन-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान पालि-भाषा को सम्भाषण-भाषा (Spoken language) का स्वरूप प्रदान करने तथा समाज के सभी वर्गों में पालि की शिक्षा उपलब्ध कराने की दृष्टि से वर्ष 2015 से देश के विविध स्थानों में दस अथवा पन्द्रह दिवसीय आवासीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) का सफल आयोजन कर रहा है। अध्ययनशाला की संकल्पना, पाठ्यक्रम-संरचना तथा प्रशिक्षण-प्रविधि का निर्माण प्रसिद्ध पालि एवं बौद्ध विद्वान् डाॅ. प्रफुल्ल गड़पाल के द्वारा किया गया है तथा वे ही पालि-सम्भाषण का प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।
प्रतिष्ठान द्वारा अब तक आयोजित की जा चुकी अध्ययनशालाओं का विवरण इस प्रकार है-
(1) ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali), महाप्रज्ञा बुद्धविहार, धम्मकीर्ति नगर, (नागपुर)-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा नागपुर की पावन-धरा पर महाप्रज्ञा बुद्धविहार, धम्मकीर्ति नगर, दत्तावाड़ी, नागपुर में दिनाँक 02 नवम्बर, 2015 से दिनाँक 16 नवम्बर, 2015 तक प×चदश दिवसीय आवासीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) का सफल आयोजन किया गया। इस अध्ययनशाला में 50 प्रशिक्षणार्थियों ने नियमित आवासीय पालि प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा लगभग 20 प्रशिक्षणार्थी अपने घर से आकर अथवा समय-समय पर प्रशिक्षण प्राप्त करते रहें।
(2) ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali), दीक्षाभूमि, चन्द्रपुर (महा.)-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा डाॅ. अम्बेडकर एज्युकेशन सोसायटी के तत्त्वावधान में चन्द्रपुर की पावन दीक्षाभूमि में दिनाँक 04 अक्टूबर, 2016 से दिनाँक 14 अक्टूबर, 2016 तक दश दिवसीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) का सफल आयोजन किया गया। इस अध्ययनशाला में लगभग 100 प्रशिक्षणार्थियों ने नियमित आवासीय पालि प्रशिक्षण प्राप्त किया।
(3) ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali), धम्मभूमि, येनबोड़ी, बल्लारशाह, चन्द्रपुर (महा.)-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा धम्मभूमि विपस्सना साधना केन्द्र, येनबोड़ी, बल्लारशाह (चन्द्रपुर) में दिनाँक 28 मई, 2017 से दिनाँक 06 जून, 2017 तक दश दिवसीय आवासीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) का सफल आयोजन किया गया। इस अध्ययनशाला में 50 प्रशिक्षणार्थियों ने नियमित आवासीय पालि प्रशिक्षण प्राप्त किया।
(4) ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) ग्राम-पाथरवाड़ा, कटंगी, बालाघाट (म.प्र.)-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा समता सैनिक दल, शाखा-कटंगी के तत्त्वावधान में बुद्ध-विहार, ग्राम-पाथरवाड़ा, कटंगी, बालाघाट (म.प्र.) में दिनाँक 07 जून, 2017 से दिनाँक 14 जून, 2017 तक आठ दिवसीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (ज्तंपदपदह ेबीववस वद ैचवामद च्ंसप) का सफल आयोजन किया गया। इस अध्ययनशाला में लगभग 55 प्रशिक्षणार्थियों ने नियमित पालि प्रशिक्षण प्राप्त किया।
(5) ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) धम्मकानन विपस्सना केन्द्र, रेंगाटोला, बालाघाट (म.प्र.)-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा धम्मारण्य ट्रस्ट के तत्त्वावधान दिनाँक 24 जून, 2018 से दिनाँक 02 जून, 2018 तक दस दिवसीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) का सफल आयोजन किया गया।
(6) ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) महाप्रज्ञा बुद्धविहार, धर्मकीर्ति नगर, दत्तावाड़ी, नागपुर (महा.)-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा महाप्रज्ञा बुद्ध विहार के सहयोग से दिनाँक 04 जून, 2018 से दिनाँक 13 जून, 2018 तक दस दिवसीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) का सफल आयोजन किया गया।
2. ‘पालि-पदस्सिनी’ (Exhibition on Pali) का आयोजन-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा पालि-भाषा को व्यवहारिक स्वरूप प्रदान करने की दृष्टि से ‘पालि-पदस्सिनी’ (Exhibition on Pali) का आयोजन करता है। इस प्रदर्शिनी में लगभग 1000 से अधिक चित्रामय शब्दावली दी गई, जो सहज ही प्रशिक्षणार्थियों एवं आगन्तुकों आकर्षित कर लेती है।
अब तक निम्नोक्त स्थानों पर ‘पालि-पदस्सिनी’ (Exhibition on Pali) का आयोजन किया जा चुका है-
(1) महाप्रज्ञा बुद्धविहार, धम्मकीर्ति नगर, दत्तावाड़ी, नागपुर में दिनाँक 02 नवम्बर, 2015 से दिनाँक 16 नवम्बर, 2015 तक आयोजित पञचदश दिवसीय आवासीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण- अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) के अवसर पर,
(2) डाॅ. अम्बेडकर एज्युकेशन सोसायटी के तत्त्वावधान में चन्द्रपुर की पावन दीक्षाभूमि में दिनाँक 04 अक्टूबर, 2016 से दिनाँक 14 अक्टूबर, 2016 तक आयोजित दश दिवसीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) के अवसर पर,
(3) धम्मभूमि विपस्सना साधना केन्द्र, येनबोड़ी, बल्लारशाह (चन्द्रपुर) में दिनाँक 28 मई, 2017 से दिनाँक 06 जून, 2017 तक आयोजित दश दिवसीय आवासीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) के अवसर पर,
(4) समता सैनिक दल, शाखा-कटंगी के तत्त्वावधान में बुद्ध-विहार, ग्राम-पाथरवाड़ा, कटंगी, बालाघाट (म.प्र.) में दिनाँक 07 जून, 2017 से दिनाँक 14 जून, 2017 तक आयोजित आठ दिवसीय ‘पालि-सम्भासन-पसिक्खण-अज्झयनसाला’ (Training school on Spoken Pali) के अवसर पर,
(5) जेतवन-पर्यटन स्थल, हिवरी, यवतमाल (महाराष्ट्र) में दिनाँक 18 अगस्त, 2017 को ‘विट्ठलराव बंसोड़ पालि प्रशिक्षण संस्थान’ तथा भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान के अन्तर्गत ‘पालि-सम्भासन-साला’ के उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर,
3. ‘पालि-सम्भासन-साला’ (Center of Spoken Pali) की स्थापना-
महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में जेतवन-पर्यटन स्थल, हिवरी में भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान के पालि-भाषा के व्यवस्थित और स्थायी प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की दृष्टि से ‘पालि-सम्भासन-साला’ स्थापित की गई। दिनाँक 18 अगस्त, 2017 को उक्त ‘पालि-सम्भासन-साला’ का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस अवसर पर यहाँ ‘विट्ठलराव बंसोड़ पालि प्रशिक्षण संस्थान’ का उद्घाटन भी किया गया, वाकि यहां विभिन्न प्रकार के पालि के कार्यक्रम तथा प्रशिक्षण सम्पन्न किये जा सके।
4. पालि की शिक्षण सामग्री का निर्माण एवं प्रकाशन-
भदन्ताचार्य बुद्धदत्त पालि संवर्धन प्रतिष्ठान के द्वारा डाॅ. प्रफुल्ल गड़पाल के लेखन तथा सम्पादन में अनेक प्रकार की सरल, आकर्षक और विविधता-पूर्ण शिक्षण-सामग्री का निर्माण किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत अनेक स्तरों पर शिक्षण सामग्री के निर्माण का कार्य चल रहा है। शीघ्र ही उक्त उक्त शिक्षण-सामग्री का प्रकाशन किया जायेगा।
प्रकाशन हेतु प्रतिष्ठान के सहयोगी निकाय के रूप में ‘धम्म-पालि प्रकाशन’ की स्थापना की गई है। धम्म-पालि प्रकाशन के द्वारा इन शिक्षण-सामग्रियों का प्रकाशन किया जायेगा। धम्म-पालि प्रकाशन का ध्येय-वाक्य है-‘धम्मप्पचाराय पालिप्पचाराय’।

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