सत्तमो पाठो
प्रिय अध्येता मित्रो!
नमो बुद्धस्स!
‘पालि भाषा शिक्षण के इस पाठ में आपका हार्दिक स्वागत है।
आपने अब तक अनेक वाक्य बनाने सीख लिये हैं। अब आप कुछेक और शब्दों को ध्यानपूर्वक पढ़िये-
पुल्लिंग-सद्दा इत्थिलिंग-सद्दा
(पुरिस-जाति-वाचका) (इत्थिलिंग-जाति-वाचका)
पुरिसो (पुरुष) महिला/इत्थी (स्त्री)
नरो नारी
सेवको सेविका
युवको युवती
साधको साधिका
उपासको उपासिका
धम्मसेवको धम्मसेविका
संघरक्खितो संघरक्खिता
समाजसेवको समाजसेविका
भिक्खु भिक्खुणी
सावको (श्रावक) साविका (श्राविका)
बुद्धसावको (बुद्धश्रावक) बुद्धसाविका (बुद्धश्राविका)
धम्मपालको धम्मपालिका
धम्मकथिको (धम्मकथिक) धम्मकथिका
उपदेसको (उपदेशक) उपदेसिका (उपदेशिका)
देसको (उपदेशक) देसिका ( उपदेशिका)
माणवको (विद्यार्थी) माणविका (विद्यार्थिनी)
छत्तो (छात्र) छत्ता (छात्रा)
दहरो (युवा) दहरा (युवती)
सेवानिब्बुतो (सेवानिवृत्त) सेवानिब्बुता (सेवानिवृत्ता)
धम्मिको (धार्मिक) धम्मिका (धार्मिका)
आचरियो (आचार्य) आचरिया (आचरिया)
पाचरियो (प्राचार्य) पाचरिया (प्राचार्या)
उपज्झायो (उपाध्याय) उपज्झाया (उपाध्याया)
सच्चवादी (सत्यवादी) सच्चवादिनी (सत्यवादिनी)
बालको बालिका
धम्मट्ठो (धर्मिष्ठ) धम्मिट्ठा (धर्मिष्ठ)
महिसो (राजा) महिसी/राणी
वरो (वर) वधू (वधू)
वरो (श्रेष्ठ) वरा (श्रेष्ठा)
अवेरो (वैररहित) अवेरा (वैररहिता)
उत्तमो उत्तमा
सेट्ठो (श्रेष्ठ) सेट्ठा (श्रेष्ठ)
सन्तो (शान्त/सन्त) सन्ता (शान्त)
अधिकारी अधिकारिणी
विपस्सी (विपश्यी/विदर्शी) विपस्सिका (विपश्यिका/विदर्शिका)
गहपति (गृहपति/गृहस्थ) गहपतिनी (गृहिणी)
गही (गृही/गृहस्थ) घरणी (गृहिणी)
भूपति भूपतिनी
मित्रो! बिना समय गंवाये खूब अध्ययन करें तथा आगे जाकर परियत्ति-विद्या को अच्छी तरह समझने हेतु कृत-संकल्पित हो जायें।
विशेष - इस पाठ तथा पूर्व पाठ के आधार पर कल्पना करते हुए ‘अहं’ के साथ इन शब्दों को जोड़कर 50 वाक्यों का निर्माण करें। यथा-
अहं आचरियो
अहं सेवको
अहं सावको
अहं धम्मिको
अहं दहरो ........इत्यादि।
अब्भासो (अभ्यास)
50 वाक्य
आप अपनी-अपनी नोट-बुक पर अथवा आनलाइन नोटपैड पर 50 वाक्यों को ध्यानपूर्वक लिखकर ग्रुप में पोस्ट करें। देखने में ये आ रहा है कि कुछ लोग बिना पूरा पढ़े ही कमेंट करते हैं या सवाल पूछते हैं। कृपया पूरा पढ़े और बार-बार पढ़े तथा कमेंट अवश्य करें। इसके बिना आपकी प्रगति के विषय में बिलकुल नहीं जाना जा सकेगा। जो लोग इस कार्य को नहीं करेंगे, उन्हें ग्रुप से रिमुव किया जायेगा। अतः परिश्रम-पूर्वक इस कार्य को सम्पादित करें।
नोट-
यदि आपमें से कोई सदस्य ‘पालि-मित्ता’ या पालि प्रमोशन फाउण्डेशन या पीपीएफ के दो ग्रुप्स में हैं, तो कृपया एक ग्रुप में से लेफ्ट कर लें, ताकि आपको दो बार पोस्ट न प्राप्त हो और अन्य नये लोगों को गुप में शामिल भी किया जा सके।
कृपया अब कोई भी बाहरी पोस्ट ग्रुप में न करें, समझदारी का परिचय दें।
समय बहुत मूल्यवान् है, छुट्टियों के इस अवसर पर पालि का अच्छा ज्ञान प्राप्त करें और इस विद्या में खूब आगे बढ़े।
घर में ही रहें। सुरक्षित रहें। बार-बार अपने हाथों को धोते रहे। अपना तथा अपनों का ध्यान रखें।
!!! भवतु सब्बमंगलं !!!
सबका मंगल हो
साधुवादो
- डा. पप्फुल्ल-गडपालो
81264 85505
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