Bhadantacharya Buddhadatta Pali Promotion Foundation

(iii) पालि-सुत्त-पाठचरिया
(पालि-सुत्त-पाठ्यक्रम/Pali Sutta Course)

प्रथम दो सोपानों के पश्चाद्वर्ती यह तृतीय सोपान समधिक प्रौढ़ शिक्षण पाठ्यक्रम होगा। इस सोपान में मूल पालि-तिपिटक के पाठ्यों (Texts) के आधार पर पालि भाषा का शिक्षण किया जायेगा। इसके अन्तर्गत पालि तिपिटक के मूल पाठ्यों (Original texts) को संकलित करते हुए व्याकरणांशों को चिन्हित करते हुए पालि व्याकरण की बारीकियों को सीखाया जायेगा। इसके अन्तर्गत पालि-शब्दों तथा सर्वनामों की विभक्तियों के रूपों को विभक्तिशः संकलित करके शिक्षण किया जायेगा। इसमें अव्ययों को संकलित करके उनका विविध तरीकों से शिक्षण किया जायेगा। पालि-साहित्य में प्राप्त होने वाली प्रमुख धातुओं तथा क्रियापदों का सर्वेक्षण करते हुए उन्हें संकलित करते हुए शिक्षण किया जायेगा। महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक प्रत्ययों का भी इसके अन्तर्गत शिक्षण किया जायेगा।


प्रत्येक पाठ के अन्त में सरल ‘अभ्यास’ के द्वारा अध्येता के ज्ञान को परिपुष्ट और सुस्थिर करने का प्रयास किया जायेगा।


इसका उद्देश्य  पालि के सुत्तों को समझने सहित पालि भाषा का परिष्कृत तथा गम्भीर ज्ञान कराते हुए पालि-साहित्य को समझने तथा उसकी व्याख्या करने की क्षमता का विकास करना होगा।

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